ऐड्डी पेयनटंर इंग्लैड के एक आक्रमक बल्लेबाज़ और शानदार फील्डर थे. 5 नवबंर 1901 को जन्मे पेयनटंर का टेस्ट मैच का औसत 59.23 का रहा था जो कि अब तक के बल्लेबाजों में पांचवे स्थान पर हैं. इंग्लैड की ओर से वो दूसरे स्थान पर हैं. उनसे उपर हर्बट सूटक्लिफ है.
Chirag Joshi, Ujjain
chirag@dakhalandazi.co.in
जब न्यूज़ीलैण्ड इंग्लैड के दौरे पर आयी तो प्रेक्टिस मैच मे पेयनटंर ने शानदार 102 रन बनाये थे. इसी पारी की बदौलत उन्हे टीम मे जगह मिली और न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ ही 15 अगस्त 1931 को उन्होने डेब्यू किया था.
जब न्यूज़ीलैण्ड इंग्लैड के दौरे पर आयी तो प्रेक्टिस मैच मे पेयनटंर ने शानदार 102 रन बनाये थे. इसी पारी की बदौलत उन्हे टीम मे जगह मिली और न्यूज़ीलैण्ड के खिलाफ ही 15 अगस्त 1931 को उन्होने डेब्यू किया था.
उन्हे 1932/33 के बाडीलाईन दौरे पर आस्ट्रेलिया मे खेली पारियों के लिये आज भी याद किया जाता है.
ब्रिसबेन टेस्ट मैच मे उन्हे टांसिल होने के कारण अस्पताल ले जाना पडा था. एक दिन अस्पताल मे बिताने के बाद अगले दिन मैदान पर उतरे और शानदार 83 रन बना कर आस्ट्रेलिया के 340 रन के जवाब मे इंग्लैड के स्कोर को 216/6 से आगे ले गये और अपनी टीम को लीड दिला दी. बाद मे दूसरी पारी मे जीत का छ्क्का भी लगाया था.
1937 मे उन्हे विस्डन क्रिकेटर के अवार्ड से भी नवाजा गया था.1938 मे उन्होने आस्ट्रेलिया के खिलाफ फिर से जोरदार प्रदर्शन किया और 101.75 की औसत से रन बनाये जिसमे नाटिंगम मे बनाये शानदार 216 रन नाट आउट भी शामिल थे. आस्ट्रेलिया के खिलाफ उनका औसत 84.42 रहा है.
धीमी स्पिन खेलने मे वो माहिर थे. साथ ही हुक और कट करना उन्हे काफी पसंद था.
अपने करियर मे उन्होने 20 टेस्ट मे 59.23 की औसत से 1540 रन बनाये थे जिसमे 4 शतक और 7 अर्धशतक भी शामिल थे. उनका सर्वाधिक स्कोर 243 रहा था जो उन्होने साऊथ अफ्रीका के खिलाफ डरबन मे बनाया था.
77 साल की आयु मे 5 फरवरी 1979 को उनका देहांत हो गया था. दखंलदाजी की ओर से उन्हे जन्मदिन की बहुत बहुत बधाई.