.jpg)
करोडो में एक आवाज़ जो बनेगी देश की आवाज़.. इस स्लोगन के तमाम होर्डिंग आज आपको तमाम जगह देखने को मिल जायेंगे... ये दावा है रिअलिटी शो इंडियन आइडल ५ का जो पहले करोड़ो में एक आवाज़ चुनते हैं पैर बाद में वो आवाज़ करोडो में होकर रह जाती है. इस तरह के कई रिअलिटी शो इन जुमलों से अपनी दुकान चला रहे हैं. प्रतियोगिता के विनर सिर्फ नाम बनकर रह जाते हैं और बाकि सब अपनी ही आवाज़ को तलाशते भ्रम के अँधेरे में खो जाते हैं.. क्योकि जो पहले से ही स्थापित नाम हैं उन्हें ही आज के इस प्रतियोगी दौर में कम नहीं मिल पा रहा है. अभी पिछले दिनों सोनू निगम का बयान आया की अगर मुझसे नहीं गवाया गया तो हालीवुड की रह पकड़ लेंगे. पकड़ना है तो पकड़ लो यहाँ किसे पड़ी है. अरे आजकल तो हमारी फिल्मों के नायक वाकई नायक होते जा रहे हैं. डांसिंग, कॉमेडी और तो और सिंगिंग भी करते नज़र आ रहे हैं. तो अब बेचारे सिंगर्स कहा जायेंगे. और सबसे मज़े की बात इन रिअलिटी शोस के जज भी वही हैं जिन्हें इंडस्ट्री में काम नहीं मिल रहा है. और वो शो के प्रतियोगियों को कम दिलाने का वादा कर देते हैं. इनको काम मिले या न मिले इनके पास काम हो या न हो पर हमारे पास तो काम है दखलंदाज़ी करना और वो हम करेंगे.........जय हो दखलंदाज़ी की..........!!!
--------------अनिरुद्ध मदेशिया

Join hands with Dakhalandazi
Message to Kapil Sibal
Save Your Voice: अपनी आवाज बचाओ
13 May: लंगड़ी यात्रा
वेब सेंसरशिप के खिलाफ 'दखलंदाजी'
Ban on the cartoons
Saraswati Siksha Samiti
