अपूर्ण.......
Posted on Tuesday, April 27, 2010
क्यूँ पूर्ण नहीं हूँ में
क्यूँ हूँ अधूरी
हे इश्वर !!!!! मुझे पूर्णता क्यूँ नहीं दी ?
ज्ञान है बस थोडा-थोडा
पूर्ण कुछ नहीं आता ,
बस, एक पूर्ण चीज़ दी तुने
वो है मानवता ,
बस,
दूसरों का दुःख समझ सकती हूँ,
पर अबला भी तुने बनाया,
कुछ कर नहीं सकती,
कुछ हर नहीं सकती,
परन्तु !
प्रति पल, पल-पल कर्म से और मन से
आश्वश्त भी हूँ
शायद,
में अकेली ही नहीं..
तुने अधुरा इस जग को बनाया .