कॉलेज नाम के इंटरटेनमेंट आईलेंड पर लड़को की दो प्रजाति पाई जाती है- गर्ल फ्रेंड जुगाड़ू और गर्ल फ्रेंड विहीन. गर्ल फ्रेंड जुगाड़ू लड़को की प्रतिभा इतनी विकसित होती है की वे ठीक 'उड़ती चिड़िया के पर गिनने' की तरह राह चलती लड़की को आकर्षित कर उससे उसके मोबाईल नंबर उगलवा सकते है और उनके इस 'उगलवाने' की स्पीड को देख कर अमेरिकी सी.आई.ए एजेंट भी सन्न रह जाते है.
Pankaj Devda
pankajdevda1990@gmail.com
जबकि गर्ल फ्रेंड विहीन प्रजाति के लड़के इस दुःख के मारे होते है की वे अभी तक किसी को "सेट" क्यों नहीं कर पाए.| वे हमेशा इस झूठे भ्रम में जीते है की "कोई बात नहीं बॉस अभी वेल्यु नहीं जानती है. जब कुछ बन जाऊंगा ना तो ऐसी 17 पीछे-पीछे भागेगी...राजेश...राजेश कर के."
जबकि गर्ल फ्रेंड विहीन प्रजाति के लड़के इस दुःख के मारे होते है की वे अभी तक किसी को "सेट" क्यों नहीं कर पाए.| वे हमेशा इस झूठे भ्रम में जीते है की "कोई बात नहीं बॉस अभी वेल्यु नहीं जानती है. जब कुछ बन जाऊंगा ना तो ऐसी 17 पीछे-पीछे भागेगी...राजेश...राजेश कर के."
जब ये गर्ल फ्रेंड विहीन लड़के कॉलेज में किसी लड़की को बर्थ डे विश करने के लिए उससे हाथ भी मिला लेते है तो उनका दिल फेफड़ो से निकल कर हांफते हुए मुंह में आ जाता है.
अब मान लीजिए कि किसी लड़की ने इन्हें स्माइल दे दी तो वे अपने दोस्तों से कुछ इस तरह कहेंगे -"बॉस! देखी भाई की मार्केट वैल्यू... सोनाली ने आगे रह के स्माइल दी." और दोस्त भी बड़े वाले होते है वे उसे टाँगा-टोली करके उसकी पीठ पर लाते जमाते हुए कहेंगे-"ये बाबु....पार्टी... पार्टी."
जब क्लास की कोई लड़की किसी दूसरे क्लास में पढने वाले अपने बॉय फ्रेंड के साथ कैंटिन में दिख जाती है तो फिर देखिये कि ये गर्ल-फ्रेंड विहीन लड़के किस तरह अपना दुःख प्रकट करेंगे-
"ओये...हम मर गए थे क्या?...हम में क्या कीड़े पड़ गए ?"
"साला...ऐसा क्यूँ होता है यार की खुबसूरत लड़कियों के बॉय फ्रेंड हमेशा सड़ी शक्ल वाले होते है."
"क्यों बे राजेश...इसके बॉय फ्रेंड से अच्छा तो में दिखता हूँ नहीं."
जब फेसबुक पर कोई लड़की गलती से इन्हें फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज देती है तो वे सबसे पहले अपने दोस्तों से कन्फर्म करेंगे. "क्यों रे ये यशिता माहेश्वरी कौन है...छोरी की रिक्वेस्ट आई है ...!"
यहाँ पूछना कम बताना और जलाना ज्यादा होता है, अब मान लीजिए की कोई उस लड़की को जनता है तो कहेगा -"कौन...उस मोटी(!) की रिक्वेस्ट आई है?"
'मोटी' शब्द सुनकर वो सारी अघोषित प्रेम संभावनाएं शतुरमुर्ग की तरह जमीन में मुंह धंसा लेती है जिनके माध्यम से फेसबुक आधारित प्रेम बढ़ाया जा सकता था.
अब मान लीजिए की इन गर्ल फ्रेंड विहीन लड़को को किसी लड़की को प्रपोज़ करना है तो वे बड़ी हिम्मत जुटा कर कुछ इस तरह कहेंगे-
"यार ...में तुझे प्रपोज़ करूँ तो तू क्या करेगी?"
"बात बंद कर दूंगी तुझसे...हाँ"
और इस तरह का जवाब देने के बाद लड़की इतनी परेशान हो जाएगी की जैसे साले लड़के ने प्यार की जगह जान मांग ली हो.
99% केस में लड़कियां मना कर देंगी पर मान लिजिए की किसी लड़की ने इन्हें "हाँ " कर भी दिया तो उस लड़की के हाँ करने का अंदाज़ इतना एहसान करने वाला होगा की लड़की कुछ समय के लिए भगवान ब्रह्मा और लड़का किसी तपस्वी राक्षस की तरह दिखने लग जाता है...जो पिछले पाँच हज़ार सालों से एक पैर पर तपस्या कर रहा हो लड़की से प्रेम का वरदान पाने के लिए.

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