जब हम झाकेंगे
उनके भूखे पेटों में,
वो खा लेना चाहेंगे हमें
और हमारी खुबसूरत बीवीयों को |
जिस तरह हम देखते है चाँद जैसे सपने
उन्हें भी हक़ है
सपने जैसी दाग़ लगी रोटियों का |
वो हमें न भी खाएँ
की हमने उन्हें सिखा दिया हो
खाना फांके और पीना पानी
गंध मारती व्यवस्थाओं के साथ |
और वैसे भी व्यवस्थाओं को
जा सकता है बदला,
वे कोई पहली प्रेमिकाएँ नहीं होती
की जिनका नाम खरोंचा जाएँ
बस की पिछली सीटों पर
लोअर क्लास प्रेमियों की तरह |
और अमीर आशिकों की तरह
मल्टीप्लेक्सों में उनके साथ
चाटते हुए एक ही आइसक्रीम
बोला जाए दस बार
सफ़ेद आई लव यूँ |
Pankaj Devda,Ujjain (M.P.)
pankajdevda1990@gmail.com
उनके भूखे पेटों में,
वो खा लेना चाहेंगे हमें
और हमारी खुबसूरत बीवीयों को |
जिस तरह हम देखते है चाँद जैसे सपने
उन्हें भी हक़ है
सपने जैसी दाग़ लगी रोटियों का |
वो हमें न भी खाएँ
की हमने उन्हें सिखा दिया हो
खाना फांके और पीना पानी
गंध मारती व्यवस्थाओं के साथ |
और वैसे भी व्यवस्थाओं को
जा सकता है बदला,
वे कोई पहली प्रेमिकाएँ नहीं होती
की जिनका नाम खरोंचा जाएँ
बस की पिछली सीटों पर
लोअर क्लास प्रेमियों की तरह |
और अमीर आशिकों की तरह
मल्टीप्लेक्सों में उनके साथ
चाटते हुए एक ही आइसक्रीम
बोला जाए दस बार
सफ़ेद आई लव यूँ |
Pankaj Devda,Ujjain (M.P.)
pankajdevda1990@gmail.com