द्वारका का ट्वायलेट म्यूजियम भी काफी मजेदार लगा और सबसे मजेदार लगी सेक्सपिअर की बुक पर बनी ट्वायलेट. ऐसी और भी कई चीजें जिन्होने दिल को छू लिया.
Alok Dixitalok@dakhalandazi.com
आजकल फाक्स हिस्ट्री एण्ड ट्रैवलर का जादू सर चढ़ रहा है. यू टूयूब पर मलिस्का का एक पुराना शो देखा. दिल्ली को जानता तो था पर ऐसे नहीं. पता चला कि वहां एक विजय कुमार जी हैं जो कि अभी भी पुराने अन्दाज में फिल्मों के पोस्टर्स बनाते हैं. किस-किस के पोस्टर्स नहीं बनाए उन्होने ( पढ़ें टाइम्स आफ इंडिया का यह आर्टिकल).
रजिया सुल्तान का मकबरा भी देखा और साथ ही कनाट प्लेस का महाट्टा फोटो स्टूडियो. बताया जाता है कि अमिताभ बच्चन राजीव गांधी की सलाह के बाद इस दुकान पर फोटोग्राफी सीखने आए थे. अग्रसेन की बावली देखकर तो मन मचल उठा. 21वीं सदी की उंची उंची बिल्डिंग्स के बीच 14 सदी के राजा अग्रसेन की बनवाई हुई यह बाओली एक अनोखा फ्यूजन क्रिएट कर देती है.
द्वारका का ट्वायलेट म्यूजियम भी काफी मजेदार लगा और सबसे मजेदार लगी सेक्सपिअर की बुक वाली ट्वायलेट. बताया जाता है कि फ्रांसीसियों ने अंग्रेजो को नीचा दिखाने के लिये यह ट्वायलेट बनवाई थी. फिरोजशाह कोटला मैदान के बारे में खूब पता था पर वहां कोई जिन्न रहता था यह बात इस शो को देखने के बाद ही पता चल पाई. आप भी देखें इस शो को और जमकर करें enjoy.

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