18 अक्टूबर 2011 को अंतरराष्ट्रिय रजोनिवृति दिवस के अवसर पर अथक प्रयास एक सेमिनार आयोजित कर रहा हैं .
रजोनिवृति के साथ ही महिलाओ की माहवारी आना बंद हो जाती हैं ,इसके साथ साथ दो बहुत ही मह्त्वपूर्ण हारमोन ,एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन के स्तर भी शरीर मे घटने के कारण गम्भीर समस्याए आती है .
एक अध्ययन के अनुसार भारत की बीस फीसदी महिलाओं की रजोनिवृति 41 साल की आयु तक हो जाती हैं और इसके कारण उन्हे ओस्टियोपोरोसिस तथा ह्रद्य रोगो का जोखिम बढ जाता हैं .
इस कार्यक्रम मे अथक प्रयास के साथ फार्मा कम्पनी सिपला भी सहयोग कर रही हैं. साथ ही दखलंदाजी और बैंगलूर्ड इसके मीडिया पार्टनर होंगे.
समय :- दोपहर 3 से 5
स्थान:- खंडेलवाल वैश्य पंचायत भवन उज्जैन (म.प्र.)
मुख्य वक्ता :- डॉ अरुणा पेडनेकर (स्त्री रोग विशेषज्ञ)