ऐ अजनबी तेरे आने का "शुक्रिया "

Posted on
  • Wednesday, November 24, 2010



  • ऐ अजनबी तेरे आने का "शुक्रिया "
    इस रूठे हुए को मानाने का"शुक्रिया "

    आवारगी से नवाजा है जमाने ने इसे
    तेरा इस से दिल लगाने का "शुक्रिया "

    बड़ी खामोश है जिन्दगी इसकी
    संग इसके मुस्कुराने का "शुक्रिया "

    घर होते हुए भी बेघर रहा
    इसके संग घर बसाने का "शुक्रिया "

    "मनी" समझ होके भी न समझे लोग
    तेरा इसको समझ जाने का "शुक्रिया "
    ----------- - मनीष शुक्ल

    Next previous
     
    Copyright (c) 2011दखलंदाज़ी
    दखलंदाज़ी जारी रहे..!