अयोध्या की कहानी

Posted on
  • Thursday, September 30, 2010


  • साम्प्रदायिकता से पूर्णतया अनजान
    जब अयोध्या में पहुचे हैं हनुमान
    पहुचते ही लगाया जय श्री राम का जयकारा
    खलबला उठा वह का माहौल सारा
    मच गयी भगदड़, अफरा तफरी
    सबकी निगाह हनुमान पर ठहरी
    एक सज्जन उनके पास आकर उनसे बोले
    की आप राम लीला वाला संवाद यहाँ क्यों बोल रहे हैं
    संवेदनशील अखाड़े में भावना की ताकत को तोल रहे हैं
    आपको मालूम नहीं है यहाँ लगी है १४४ की धारा
    कानूनन अपराध है जय श्री राम का नारा
    हनुमान बोले मनुष्य ये बताओ ज़रा
    ये सब क्या है माज़रा
    मुझे तो हो रही है शंका
    ये अयोध्या है या श्रीलंका
    सज्जन बोले आपको मजाक सूझ रहा है
    आपकी इस हकत से हर शख्स जूझ रहा है
    हनुमान जी को कुछ ना समझ आया
    उन्होंने जयकारा फिर दोहराया
    सुनते ही सज्जन भागे तत्काल
    पुलिस ने फैलाया अपना जाल
    जाल में फसे वीर बजरंग
    और सोच सोच के होने लगे दांग
    जिसने किया ये जग आबाद
    आज उसी की जन्मभूमि बनी है विवाद
    इतना सोचकर हो गए अंतर्ध्यान
    अब अयोध्या में नहीं आएंगे हनुमान.

    --अनिरुद्ध मदेशिया
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