तुम चलो तो हिंदुस्‍तान चले

Posted on
  • Saturday, July 16, 2011



  • फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो ।
    फलक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो ।।

    तुम चलो तो हिंदुस्‍तान चले ।
    तुम चलो तो हिंदुस्‍तान चले ।।

    लगाओ हाथ के सूरज सुबह निकाला करे ।
    हथेलियों में भरे धूप और उछाला करे ।।

    उफ़क़ पे पांव रखो और चलो अकड़ के चलो ।
    फ़लक पकड़ के उठो और हवा पकड़ के चलो ।।

    तुम चलो तो हिंदुस्‍तान चले ।
    तुम चलो तो हिंदुस्‍तान चले ।।

    हिंदुस्‍तान चले ।।।

    - गुलज़ार.
    Next previous
     
    Copyright (c) 2011दखलंदाज़ी
    दखलंदाज़ी जारी रहे..!