आभार

Posted on
  • Tuesday, January 12, 2010
  • नमस्कार ..........दोस्तों
    हिंदुस्तान में बहुत सी बातें हैं .......व्यवस्थाएं हैं जिस पर दखलंदाजी की जा सकती है और लोग करना भी चाहते हैं पर कोई जगह नही थी !जिसकारण लोग अपनी बीबी पर,बच्चो पर,जूनियर्स पर और अपने पडोसी पर अपना गुस्सा निकलता था !.........लेकिन अब असीम भाई ने हमलोगों को जगह मुहैया कराकर दखलंदाज़ी के क्रिकेट को नयी पिच दी है। अब देखिये आगे कितने बाउंसर और कितने सिक्स़र देखेने को मिलते हैं...!!
    वैसे तो मेरा काम लोगों को हँसाकर सिस्टम में दखलंदाज़ी करना है, जिसके लिए मुझे laughter चैलेंज वाले अच्छे पैसे भी देते हैं, ये इसलिए बता रहा हू की आपको मालूम हो जाये की मुझे दखलंदाज़ी करने के पैसे भी मिलते हैं। लेकिन वो दखलंदाज़ी लिमिटेड होती है यहाँ मेरा दखालादाज़ी की सेंचुरी मारने का इरादा है.

    हँसा हँसा कर लोटपोट कर दूंगा, जेहन में आपके विस्फोट कर दूंगा..
    ये ज़माना चलाये खंज़र बन्दुक, मैं कलम से ही पत्थर पर चोट कर दूंगा....!!!
                                                                  --- अनिरुद्ध मदेशिया
    Next previous
     
    Copyright (c) 2011दखलंदाज़ी
    दखलंदाज़ी जारी रहे..!